स्वाभाविक
तुम्हारा अपना स्वाभाविक होना ही आकर्षण है लाओत्से कहता है कि अगर भूस्वामी, सम्राट, गुरु, नेता वे जो लोगों को प्रभावित करते हैं केवल अपने भीतर के स्वभाव के साथ जी सकें, तो संसार उन्हें स्वेच्छा से स्वामित्व प्रदान करेगा। अभी तो उनको स्वामित्व बड़ी छीन-झपटी से लेना पड़ता है। अपने नेताओं की आप हालत देखे…
प्रेम
प्रेम अच्छा है अच्छा तो है, लेकिन तुम्हें पंख देने के लिए पर्याप्त नहीं है। उसके लिए मित्रता चाहिए, और प्रेम उसकी इजाजत नहीं देता। तथाकथित प्रेम मित्रता के बहुत विरुद्ध है। वह मित्रता से बहुत डरता है, क्योंकि जो भी ऊँचा होता है वह खतरनाक होता है, और मित्रता ऊंची है। जब किसी पुरूष या स्त्री की मित्र…
भेंट
एक अनोखी भेंट एक युवा फकीर सारी पृथ्वी की परिक्रमा के लिए निकला। उसने सारी जमीन घूमीं, पहाड़ो और रेगिस्तानों में, गाँव और राजधानिओ में, दूर दूर के देशो में वह भटका और घुमा, और  फिर सारे जगत का भ्रमण कर के अपने देश वापिस लौटा। जब यात्रा पर निकला था, तब जवान था, जब वापिस आया तो बूढ़ा हो चूका था। अपने द…